5 SIMPLE STATEMENTS ABOUT पारद शिवलिंग EXPLAINED

5 Simple Statements About पारद शिवलिंग Explained

5 Simple Statements About पारद शिवलिंग Explained

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पारद शिवलिंग से सिर्फ भगवान शिव का ही आशीर्वाद प्राप्त नहीं होता बल्कि माता लक्ष्मी की कृपा भी बरसती है।

उसके बाद जातक को पूर्व-उत्तर दिशा की ओर मुंह करके बैठना चाहिए।

- विशेष उद्देश्यों तथा कामनाओं की प्राप्ति के लिए पार्थिव शिवलिंग बनाकर उसकी पूजा की जाती है. किस प्रकार करें नर्मदेश्वर की आराधना ?

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सर्वप्रथम प्रतिमा को गंगाजल एवं कच्चे दूध से नहलाएं।

पुराणों में बताया गया है कि इस शिवलिंग में संपूर्ण ब्रह्मांड का ज्ञान होता है।

यदि घर में शिवलिंग रखा है, तो उसकी प्राण प्रतिष्ठा ना करवाएं। लेकिन इसकी पूजा और अभिषेक जरूर करना चाहिए।

तत्फलं कोटिगुणितं रसलिंगार्चनाद् भवेत्।।

पारद शिवलिंग मानी जाती है. मान्यता है कि ये शिवलिंग महादेव को अति प्रिय है. मान्यता है कि यदि पारद शिवलिंग की रोजाना विधिवत पूजा की जाए तो घर की बीमारियां समाप्त होती हैं और परिवार पर आए संकट दूर हो जाते हैं.

ब्रह्मचारिणी – ह्रीं श्रीं अम्बिकायै नमः।।

सुख-समृद्धि: पारद शिवलिंग की उपस्थिति से घर में सुख, समृद्धि और शांति का वास होता है।

इन शिवलिंगों को रोजाना गंगाजल या साफ पानी से स्नान कराएं। इसके बाद, इन्हें सूखे, साफ कपड़े से पोंछ दें। आप चाहें तो इन्हें रुई में लपेटकर रख सकते हैं। धूप जलाने और दीप जलाने के दौरान इन शिवलिंगों को सीधे गर्मी से बचाएं। थोड़ी सी सावधानी और नियमित पूजा से आप इन शिवलिंगों के दिव्य प्रभाव को प्राप्त कर सकते हैं।

पारद शिवलिंग के दर्शन करके स्पर्श करने मात्र से महादेव प्रसन्न हो जाते है

It is suggested by our sages click here to adore and worship Parad Shivling, this direct them to be infused with incredible valour, invincibility, including for their fame and popularity much and broad-spreading Pretty much above the whole earth. It is best suggested for Peace, prosperity and contentment.

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